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प्रेम ही ईश्वर है Love is God. God is Love.
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योग पद्धति >> योग का क्रम >> सपनों के अर्थ (Dream Interpretations) सपनों के अर्थसपनों के अर्थ जानना बहुत आवश्यक है क्योंकि सपनों का साधना में महत्वपूर्ण स्थान है. परन्तु यह आवश्यक नहीं है की सभी को सपने दिखाई दें. जिन साधकों को सपने दिखाई देते हैं वे उनके लिए ईष्ट देव द्वारा दिए गए संकेत हैं जो साधना की सिद्धि (सफलता) व असिद्धि (असफलता) को बताते हैं. (यानि देवदर्शन, मंत्रसिद्धि, पुरश्चरण की सफलता या ईष्ट सिद्धि होने वाली है या नहीं.). सिद्धिदायक व सिद्धिनाशक सपने :-(अ) सिद्धिदायक सपने :- कुछ सिद्धिदायक सपने इस प्रकार हैं : १. रात में जहाज में औरतों के समूह से भेंट होना. २. हाथी विहार. ३. राजमहल में घूमना. ४. पर्वत शिखर पर भ्रमण. ५. राजा का दर्शन. ६. हाथियों व महिलाओं का दर्शन. ७. नृत्य, गीत, उत्सव आदि का दर्शन. ८. मदिरा एवं मांस का दर्शन व स्पर्श.
(ब) सिद्धिनाशक सपने :- १. काले रंग के मल्लों से भेंट होना. २. प्रहार करना. ३. तेल लगाना. ४. मैथुन करना. ५. दूसरों की स्त्रियों से सम्बन्ध बनाना. ६. इन्द्रिय विशेष का नष्ट होना. ७. राष्ट्र क्षोभ देखना. ८. हवा एवं जल के द्वारा तबाही देखना. ९. बंधुओं का नाश देखना. १०. गुरु की उपेक्षा करना. ११. रोग, संपत्ति एवं धन का नाश देखना. १२. अपने ईष्ट देवता से अतिरिक्त दुसरे देवता में श्रद्धा करना. - ज्योतिर्विद श्रीधर कृत स्वप्नकमलाकर: साधना में विघ्न सूचक स्वप्न/दु:स्वप्न (बुरे सपने) और उनके अर्थ फ्री ऑनलाइन आध्यत्मिक कोर्स जॉइन करे अध्यात्म और योग का सबसे ऊँचा ज्ञान शिव सूत्र से निकालकर कहानी और गाने "झूठ पुलिंदा" के माध्यम से आप सभी भक्तों को समर्पित है.
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